मत करो मुझसे मोहब्बत

तुम क्यूँ मुझे इस कदर देखती हो,
तुम क्यूँ मुझे अपने पास चाहती हो,
तुम क्यूँ मुझसे बात करने के बहाने ढूंढती हो,
तुम क्यूँ बेवजह के ख्वाब बुनती हो..

मैं जानता हूँ इस क्यूँ का कोई जवाब नहीं है,
ना तुम्हारे पास ना मेरे पास,
शायद तुम्हें मुझसे मोहब्बत हो गयी है,
क्यूंकि मोहब्बत वजह की मोहताज़ नहीं होती..

हो सकता है ये मोहब्बत ही हो,
मगर तुम मुझे जानती ही कितना हो,
जो मुझसे मोहब्बत कर सको..

मैं एक आग हूँ,
मुझसे मत खेलो,
अपना जहाँ जला बैठोगी,
अपनी खुशियाँ ख़ाक कर लोगी,
अपनी दुनिया ख़त्म कर लोगी..
अपने आंसुओं के समुन्दर में डूब कर भी,
कुछ हासिल नहीं कर पाओगी..

सारा जीवन दर्द में बीतेगा तुम्हारा,
सारी चूड़ियाँ टूट कर हाथों में चुभने लगेंगी,
सारा काजल आंसुओं में बह जायेगा,
चेहरे की लाली ग़म की लकीरों में कहीं खो जायेगी,
जुल्फें बिखर कर मातम मनाएंगी..

सारे ख्वाब एक पल में टूट जायेंगे,
वो टूटे ख्वाब फिर आँखों में चुभ जायेंगे,
मत करो ऐसी मोहब्बत,
कि अपनी ज़िन्दगी बर्बाद कर लो तुम,
मत करो मुझसे मोहब्बत,
मत चाहो मुझे...

ज़माने में और भी तो हसीं चेहरे हैं,
जाओ किसी और को चाहो,
कोई ऐसा जो तुम्हारा जहाँ आबाद कर दे,
कोई ऐसा जो तुम्हारा दामन खुशियों से भर दे,
कोई ऐसा जो तुम्हारा साथ निभाए,
कोई ऐसा जो तुम्हें तुमसे भी ज्यादा चाहे..

जाओ हो जाओ मुझसे दूर,
इतनी दूर कि मेरी यादें भी तुम तक ना पहुचें,
मत करो मेरी खातिर खुद को बर्बाद,
क्यूंकि मुझे नफरत है इस मोहब्बत से,
जो दर्द के सिवा कुछ भी नहीं देती..

सर्वाधिकार सुरक्षित
नादान 

Popular Posts